Jitendra Singh Update Profile

Yoga Teacher at Nalasopara (E), Mumbai-401209

योग का मतलब है कि जब मन  मे शब्दादि विषयात्मक तरंगे तथा रागादि से युक्त ये भावदशाऐ रुक जाती है तो उसे योग कहते है परन्तु कई लोग योग  को केवल शारीरिक  व्यायाम  ही मानते है जहांँ लोग शरीर  को मोडते मरोडते खिचते है और श्वास लेने के जाटिल तरीके अपनाते है यह वास्तव मे केवल मनुष्य  के मन  और आत्मा  की अनंत क्षमता का खुलासा करने वाले इस गहन  विज्ञान मे जीवन  शैली का पूर्ण सार आत्म सात किया गया है योग सिर्फ व्यायाम  और आसन नही है मन मे शब्द. रूप रस गंध तथा स्पर्श  विषयो से सम्बन्धित विचार  रूपी तरंगे निरंतर उठती रहती है जैसे काम. क्रोध .लोभ . मोह .भय .झूठ . चोरी . त्यागना ही वृत्ति कहलाती है